प्रेम संगेला
ऑनलाइन इनाम देने के नाम पर धोखाधडियों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है।धोखाधड़ी से बचने के लिए सरकार सहित पुलिस महकमे की लाख चेतावनियों और जन-जागरण के कार्यक्रम चलाए जाने के बावजूद आमजन इनाम के लालच में फंसकर अपनी मेहनत की मोटी-कमाई गंवा रहे हैं,वही ऐसे मामलों के बढने से पुलिस विभाग की परेशानियां भी बढ़ जाती हैं।
थाना गैरसैंण के अंतर्गत देवपुरी गांव के पूर्व सैनिक कलम सिंह पुत्र स्वर्गीय केसर सिंह कंडारी ने थाना गैरसैंण में तहरीर देकर इनाम में कार खुलने के नाम पर उनके साथ हुई एक लाख सत्तर हजार की धोखाधड़ी में जांच की मांग की है। घटनाक्रम के अनुसार कलम सिंह को पोस्ट ऑफिस के माध्यम से 8 जनवरी को प्राप्त पत्र में संजीवनी हेल्थ केयर प्राइवेट लिमिटेड निर्मल आरोग्य की तरफ से एक पत्र के साथ स्क्रैच कूपन प्राप्त हुआ,जिसे खुरचने के बाद उसमें कार खुलने का पता चला। जिसके बाद उन्होंने हेल्पलाइन नंबर 9134575704 पर फोन किया तो कंपनी के मैनेजर पंकज ने उन्हें इनाम में (14 लाख 60 हजार) कीमत की कार खुलने की बात बताई,ओर सिक्योरिटी के रूप में 12900₹ खाता संख्या- (60471855 834) पर धनराशि ट्रांसफर करने को कहा जिसे उन्होंने गूगल-पे के माध्यम से स्थानांतरित किया। इसके बाद टीडीएस की धनराशि के नाम पर 22000₹ जीएसटी के 40907₹ और इनकम टैक्स के 89940 कुल धनराशि एक लाख सत्तर हजार तीन सौ दस रूपये एक सप्ताह के भीतर ट्रांसफर करवा लिए।
इसके बाद इनाम के बारे में पूछने पर उन्हें बताया गया कि नेशनल चैक ट्रांसफर के 97हजार रूपये ओर ट्रांसफर किए जाने हैं जिस पर उन्हें शक हुआ और उन्होंने कुछ सवाल किए तो,इसके बाद से तथाकथित कंपनी के मैनैजरे ने उनका फोन उठाना ही बंद कर दिया। मोटी-रकम गंवाने से निराश कलम सिंह ने थाना गैरसैंण में शिकायत दर्ज कर अपने साथ हुई धोखाधडी की जांच की मांग की है।
मामले को लेकर थाना अध्यक्ष गैरसैंण ध्वजवीर पंवार ने बताया कि ऑनलाइन ठगी में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक का उपयोग किया जा रहा है। धोखाधड़ी करने वाले आपके सगे संबंधियों की आवाज की नकल करके भी आपसे पैसा एंठ सकते हैं। लिहाजा हर तरह से जांच-परखने के बाद ही पैसा देना चाहिए। जिसको लेकर पुलिस विभाग द्वारा समय-समय पर सोशियल मिडिया सहित गांवों,स्कूलों व बाजारों में जनजागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।