उत्तराखंड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन होना है। अब इस पर बीजेपी और कांग्रेस आमने-सामने हैं। कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने धामी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में मॉनसून की बारिश से हालात बदतर हो गए हैं। 700 से ज्यादा सड़कों की मरम्मत का काम पूरा नहीं हुआ है। ऑल वेदर रोड से लेकर तराई के इलाकों तक हर जगह हालात बुरे हैं। सरकार का ध्यान राहत और पुनर्वास कार्य पर होने के बजाए ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट पर है।

ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के आयोजन पर सियासत

सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि आज राज्य को सख्त भू-कानून की जरूरत है। भू-कानून लागू होने पर उत्तराखंड का अस्तित्व बचेगा। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट से 2.5 लाख करोड़ इन्वेस्टमेंट जुटाने के लक्ष्य पर उन्होंने सवाल उठाए। कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने 2 लाख करोड़ का इन्वेस्टमेंट करने की बात कही थी। उन्होंने कहा कि सरकार इन्वेस्टमेंट आखिर कहां करवाएगी?  सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि प्रदेश की जनता त्राहिमाम कर रही है। लेकिन सरकार इन्वेस्टर्स समिट के पीछे पड़ी हुई है।

कांग्रेस के बयान पर बीजेपी ने किया कड़ा प्रहार

उन्होंने प्रभारी मंत्रियों के फोटो सेशन पर भी हमला बोला। प्रदेश उपाध्यक्ष ने कहा कि प्रभारी मंत्री फोटो खिंचवाने के बाद वापस राजधानी देहरादून आ जाते हैं। उन्हें जनता से कोई सरोकार नहीं है। कांग्रेस के वार पर राज्यसभा सांसद नरेश बंसल ने पलटवार किया। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस के नेता एसी दफ्तरों में बैठकर सिर्फ प्रेस रिलीज जारी करते हैं। कांग्रेस नेता आम लोगों के बीच कभी दिखाई नहीं देते। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में आपदा हर साल आती है। लेकिन सरकार सक्रियता के साथ राहत और पुनर्वास का काम भी करती है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री से लेकर मंत्री तक आपदाग्रस्त क्षेत्रों का लगातार दौरा करते हैं। कांग्रेस के नेताओं का काम सिर्फ बयानबाजी करना है।