Manipur : मणिपुर में हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। ताजा खबर यह है कि दो आदिवासी महिलाओं से कथित सामूहिक बलात्कार और हत्या का एक और मामला सामने आया है। इससे पहले सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में हिंसा प्रभावित मणिपुर में दो महिलाओं को दर्जनों पुरुषों द्वारा नग्न परेड करते हुए दिखाया गया था।

मणिपुर के कांगपोकपी इलाके की दो युवा महिलाएं इम्फाल में एक कार धोने की कंपनी में काम करती थीं। आरोप है कि 5 मई को भीड़ उनकी कंपनी में घुस गई, महिलाओं का कथित तौर पर अपहरण, सामूहिक बलात्कार और हत्या कर दी गई।

घटना के बाद एक पीड़िता की मां ने सैकुल पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन पुलिस ने 16 मई को एफआईआर दर्ज की थी।

Manipur : चुराचांदपुर में फिर भड़की हिंसा, स्कूल में आग

इस बीच, मणिपुर के चुराचांदपुर इलाके में एक बार फिर तनाव फैल गया। यहां एक पक्ष में स्कूल में आग लगा दी। इसके बाद दो पक्षों के बीच फायरिंग हुई।

Manipur : स्वाति मालीवाल को नहीं मिली अनुमति

दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) की प्रमुख स्वाति मालीवाल ने शनिवार को आरोप लगाया कि मणिपुर सरकार ने उन्हें यौन हिंसा की शिकार महिलाओं से बातचीत करने के लिए राज्य का दौरा करने की अनुमति देने से इनकार कर दिया। स्वाति मालीवाल को 23 जुलाई को जातीय हिंसा से प्रभावित पूर्वोत्तर राज्य का दौरा करना था।

डीसीडब्ल्यू प्रमुख स्वाति मालीवाल ने समाचार एजेंसी ANI से बात करते हुए कहा, “मैंने मणिपुर सरकार को लिखा है कि मैं राज्य का दौरा करना चाहती हूं और यौन उत्पीड़न के पीड़ितों से मिलना चाहती हूं।

इसके बाद मुझे मणिपुर सरकार से एक पत्र मिला, जहां उन्होंने मुझे अपनी यात्रा स्थगित करने का सुझाव दिया है, क्योंकि राज्य में कानून और व्यवस्था की स्थिति अच्छी नहीं है। मैं केवल पीड़ितों की मदद के लिए मणिपुर जाना चाहती हूं। मैं राज्य सरकार से अपील कर रही हूं कि वह मुझे मणिपुर जाने की अनुमति दें और उन राहत शिविरों में मेरी यात्रा की व्यवस्था करें, जहां ये पीड़ित रह रहे हैं।”

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