Cyclone Biparjoy : अरब सागर से उठा चक्रवाती तूफान बिपरजॉय ने पहले तो मानसून को तय समय सीमा में केरल में आने से रोका और अब बताया जा रहा है कि इसकी वजह से अन्य राज्यों में भी देरी से ही मानसून के आगे बढ़ने की संभावना है।

यह ऐसा समय है, जब मैदानी इलाकों में खरीफ की फसलों की बुआई और रोपाई के लिए बारिश की बहुत जरूरत होती है। ऐसे में अगर सही समय पर वर्षा नहीं होगी तो किसानों की फसलों पर प्रभाव पड़ना तो तय है। मौसम विभाग ने बताया कि मानसून आने वाले तीन सप्ताह तक काफी कमजोर रहेगा।

Cyclone Biparjoy : मानसून में होगी देरी

मौसम विभाग की तरफ से बताया गया कि अरब सागर के दक्षिणी हिस्से में जब चक्रवाती तूफान बिपरजॉय पनप रहा था तो उसी समय भारत में मानसून भी दस्तक दे रहा था। बिपरजॉय के मजबूत होते ही मानसून उत्तर-पूर्व और दक्षिण-पश्चिम तटों से आगे की ओर नहीं बढ़ पाया है।

बंगाल की खाड़ी में अनुकूल स्थितियां पैदा नहीं हो पा रही हैं, इसी वजह से मानसून के आगे बढ़ने की रफ्तार धीमी हो गई है। आईएमडी के मुताबिक, बिपरजॉय ने मानसूनी हवा में नमी के स्तर में कमी ला दी है।

इसी वजह से मैदानी इलाकों में अभी जहां बारिश होनी चाहिए थी, वहां पर मौसम साफ दिख रहा है और लू की संभावनाएं बनी हुई हैं।

Cyclone Biparjoy : चक्रवाती तूफान 6 जून को अरब सागर में उठा

चक्रवाती तूफान बिपरजॉय 6 जून 2023 को अरब सागर में उठा था और शुरुआती 48 घंटे की भीतर ही इसने विकराल रूप धारण कर लिया था। शुरुआती 6 दिनों तक ये कराची की तरफ बढ़ रहा था, लेकिन अब रास्ता बदलकर गुजरात की तरफ बढ़ चुका है।

बता दें कि 12 जून की दोपहर 12 बजे तक ये गुजरात के पोरबंदर से 320 किमी दूर था। मौसम विभाग के मुताबिक, 15 जून को बिपरजॉय गुजरात के तटीय इलाकों से टकराया।

Cyclone Biparjoy : गुजरात में मचाई तबाही

चक्रवाती तूफान बिपरजॉय बेहद गंभीर श्रेणी में पहुंच चुका है। हालांकि अब बताया जा रहा है कि तूफान के कमजोर पड़ने की उम्मीद है क्योंकि यह शुक्रवार को राजस्थान में अपना रास्ता बना रहा है। इसने अब तक कम से कम 22 लोगों को घायल कर दिया है।

इसकी वजह से गुजरात के भावनगर जिले में पिता और पुत्र की मौत हो गई है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, तेज हवाओं से बिजली के खंभे तबाह हो गए और 524 पेड़ भी गिर गए हैं। खंभों के गिरने की वजह से गुजरात के करीब 940 गांवों में बिजली की आपूर्ति ठप हो गई है।

बता दें कि पाकिस्तान के तटीय क्षेत्र गुरुवार को हाई अलर्ट पर थे और 82,000 से अधिक लोगों को दक्षिणी सिंध प्रांत में सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया क्योंकि चक्रवाती तूफान बिपरजॉय पूर्व- उत्तर पूर्व की ओर बढ़ गया है और अब कराची से लगभग 245 किमी दक्षिण, थाटा से 200 किमी दक्षिण की दूरी पर स्थित है।

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