UPSC : पिछले हफ्ते UPSC के नतीजे जारी हुए। उत्तराखंड के कई युवाओं को कामयाबी मिली। युवाओं की कामयाबी ने पूरे उत्तराखंड को खुश होने का मौका दिया। कुमाऊं से हल्द्वानी की दीक्षिता जोशी ने ऑल इंडिया 58वां स्थान हासिल किया।
मूल रूप से दन्या के रहने वाला आईके जोशी और दीपा जोशी की पुत्री दीक्षिता जोशी ने तीसरे प्रयास में कामयाबी हासिल की। दीक्षिता जोशी की कहानी ने कई युवाओं को भी प्रेरित किया है।
वहीं UPSC में कामयाबी हासिल करने के बाद दीक्षिता व उनका परिवार अल्मोड़ा स्थित चितई गोल्ज्यू मंदिर भी पहुंचा और आर्शीवाद लिया।
इससे पहले जब कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत दीक्षिता से मुलाकात करने पहुंचे थे तो उनकी मां ने बताया कि पूरा परिवार बेटी के कामयाब होने के बाद अल्मोड़ा जाएगा और सभी देवी-देवताओं का धन्यवाद करेगा।
UPSC : तैयारी के लिए विश्वास होना जरूरी
दीक्षिता जोशी ने कई सम्मान समारोह के दौरान बताया कि तैयारी के लिए विश्वास होना जरूरी है। वहीं उन्होंने ये भी कहा कि परिवार का सहयोग एक नई ऊर्जा देता है।
उन्होंने साल 2019 से UPSC की तैयारी शुरू कर दी थी। पहले दो साल उनका चयन नहीं हुआ लेकिन दीक्षिता ने परिश्रम नहीं छोड़ा और तीसरे प्रयास में ऑल इंडिया 58 रैंक हासिल की।
दीक्षिता ने हल्द्वानी के बिरला स्कूल से इंटर किया। इसके बाद पंतनगर से बीटेक और आईआईटी से एमटेक किया। उनके पास नौकरियों के कई विकल्प थे लेकिन उन्होंने सिविल सेवा में जाने का फैसला किया। दीक्षिता उत्तराखंड में पलायन और महिला सशक्तिकरण मुद्दे पर काम करना चाहती है।
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