UPSC : संघ लोक सेवा आयोग यानी UPSC ने सिविल सेवा परीक्षा 2022 का रिजल्ट घोषित कर दिया है। पूरे देश में 933 होनहारों को यूपीएससी ने भावी आईएएस-आईपीएस के तौर पर चयनित किया है। खास बात ये है कि पूरे देश में पहले चार स्थान चार लड़कियों के हिस्से में आए हैं।
इशिता किशोर ने पहला, गरिमा लोहिया ने दूसरा, उमा हरिथी एन ने तीसरा और स्मृति मिश्रा ने चौथा स्थान हासिल किया है, लेकिन बस ये बेटियां’ ही यूपीएससी रिजल्ट में नहीं छाई हैं।
‘देवभूमि’ उत्तराखंड की बेटियों’ ने भी यूपीएससी रिजल्ट में कमाल कर दिया है। राज्य के आधा दर्जन से ज्यादा ‘होनहारों’ ने यूपीएससी रिजल्ट में रैंकिंग हासिल करने का कारनामा किया है, जिनमें चार पहाड़ की बेटियां’ भी शामिल हैं।
UPSC : गरिमा की आई है ऑल इंडिया 39वीं रैंक
रूद्रपुर की ईश्वर कॉलोनी निवासी गरिमा नरूला ने UPSC Exam में ऑल इंडिया 39वीं रैंक हासिल की है। पैथोलॉजी लैब में मैनेजर बिपिन नरूला और हाउसवाइफ शारदा की बेटी गरिमा इससे पहले बोर्ड एग्जाम में भी साल 2017 में उधम सिंह नगर में जिला टॉपर रह चुकी हैं।
UPSC : IPS की ट्रेनिंग कर रहीं मुद्रा अब IAS बनेंगी
कर्णप्रयाग चमोली के गांव बांगड़ी (पट्टी कपीरी) की मुद्रा गैरोला पिछले साल ऑल इंडिया 165वीं रैंक के साथ IPS चुनी गई थीं।
अरुण गैरोला और कुसुम गैरोला की बेटी मुद्रा ने इस बार IPS की ट्रेनिंग लेते हुए ही फिर से कोशिश की और 53वीं रैंक हासिल कर ली है। अब वे IAS बनेंगी।
UPSC : दीक्षिता की आई है ऑल इंडिया 58वीं रैंक
हल्द्वानी के पीलीकोठी निवासी दीक्षिता जोशी की भी ऑल इंडिया 58वीं रैंक आई है। हेल्थ फार्मासिस्ट पिता आईके पांडे और हिंदी लेक्चरर मां दीपा जोशी की बेटी दीक्षिता ने यह सफलता बिना कहीं कोचिंग लिए केवल घर पर पढ़ाई कर हासिल की है।
UPSC : चायवाले की बेटी कल्पना बनीं IAS
बागेश्वर के गरुड़ क्षेत्र के गांव खडेरिया की कल्पना पांडे ने ऑल इंडिया 102वीं रैंक हासिल करते हुए IAS बनने के अपने सपने को साकार कर लिया है।
चाय दुकान संचालक पिता रमेश चंद्र पांडे और सीएचसी बैजनाथ में एएनएम मां मंजू पांडे की बेटी कल्पना ने दिल्ली में पढ़ाई करते हुए यह सफलता हासिल की है।
UPSC : रूद्रप्रयाग की कंचन की 654वीं रैंक
रूद्रप्रयाग के जखोली ब्लॉक के स्वीली गांव की कंचन डिमरी ने ऑल इंडिया 654वीं रैंक हासिल की है। कंचन के पिता देवी प्रसाद डिमरी दिल्ली में जॉब करते हैं।
उन्होंने ही अपनी बेटी को सिविल सर्वेंट बनने के लिए उत्साहित किया और सीमित संसाधनों में भी कंचन ने कमाल कर दिया।
UPSC : उत्तराखंड के लड़के भी नहीं रहे पीछे
उत्तराखंड के लड़कों ने भी इस परीक्षा में बेहतरीन प्रदर्शन किया है। काशीपुर के देवव्रत जोशी ने ऑल इंडिया 125 वीं रैंक हासिल की है तो देहरादून निवासी मुकुल जमलोकी को 161वीं रैंक मिली है।
मुकुल पहले से ही कोलकाता स्थित सीएजी कार्यालय में डिप्टी अकाउंटेंट जनरल के पद पर कार्यरत हैं। पिथौरागढ़ के मूल निवासी और फिलहाल देहरादून में रह रहे हिमांशु सामंत को ऑल इंडिया 348वीं रैंक मिली है।
उत्तर प्रदेश के शामली में तहसीलदार पद पर तैनात मसूरी निवासी माधव भारद्वाज ने एक बार फिर यूपीएससी एग्जाम में बाजी मारी है। इस बार उन्हें 536वीं रैंक मिली है।
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