Uttarakhand : उत्तराखंड में एक बार फिर भंयकर बीमारी का कहर देखने को मिल रहा है। बताया जा रहा है कि लंपी वायरस तेजी से पशुओं में फैल रहा है।

महज चार दिन के भीतर पर्वतीय जिलों में तीन हजार से अधिक पशु रोग की चपेट में आ गए हैं। जिससे प्रशासन अलर्ट पर आ गया है। शासन ने पशुपालन विभाग के कार्मिकों की छुट्टियां रद करने के साथ ही पशु चिकित्सकों की नई प्रतिनियुक्ति पर भी रोक लगा दी है।

मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश में बीते चार दिन में लंपी रोग के 3131 मामले सामने आए हैं, जिनमें से 32 पशुओं की मृत्यु हुई है। बताया जा रहा है कि बढ़ते संक्रमण को देखते हुए प्रशासन ने राज्य में गो व महिषवंशीय पशुओं के परिवहन, प्रदर्शनी पर एक माह के लिए रोक लगा दी है।

Uttarakhand : पशुपालकों की सुविधा को टोल फ्री नंबर जारी

पशुपालकों की सुविधा को टोल फ्री नंबर जारी किए गए हैं। बताया जा रहा है कि पशुपालन विभाग ने दो टोल फ्री नंबर 1962 और 18001208862 जारी किए हैं। इसके लिए निदेशालय में कंट्रोल रूम स्थापित किया गया। साथ ही तेजी से टीकाकरण किया जा रहा है।

बताया जा रहा है कि पशु टीकाकरण पूर्ण करने को 15 दिन की अवधि तय की गई है। साथ ही सभी जिलों के लिए मानक प्रचालन कार्यविधि (एसओपी) जारी की गई।

बीमारी की रोकथाम के लिए पशुओं के टीकाकरण और स्थिति पर नजर रखने को जिला स्तर पर नोडल अधिकारियों की तैनाती की गई है। साथ ही पशुपालन विभाग के कार्मिकों की छुट्टियां रद करने के साथ ही पशु चिकित्सकों की नई प्रतिनियुक्ति पर भी रोक लगाई गई है।

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