वाहनों से हो रहे प्रदूषण एवं भविष्य में परिवहन के स्वरुप के संबंध में आज 21 मार्च को संभागीय परिवहन कार्यालय देहरादून में आयोजित विचार गोष्ठी एवं प्रदर्शनी आ आयोजन किया गया.
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि तौर पर मौजूद परिवहन एवं समाज कल्याण मंत्री चंदन रामदास ने जनसमुदाय को संबोधित किया. उन्होंने कहा जनपद देहरादून में बहुत अधिक मात्रा में वन क्षेत्र उपलब्ध हैं लेकिन इसके वाबजूद वायु प्रदूषण की समस्या को लेकर भविष्य में चिंतन की आवश्यकता है.
उन्होंने कहा, प्रदूषण के रोकथाम हेतु समय-समय पर राज्य सरकार द्वारा लिए गए निर्णय से कुछ वाहन स्वामियों को परेशानी हो सकती है. लेकिन आने वाले भविष्य एवं आने वाली पीढ़ियों को स्वच्छ हवा और वातावरण देने के लिए यह आवश्यक है कि कुछ कड़े कदम उठाए जाएं.
मंत्री ने कहा सरकार का उद्देश्य किसी भी व्यक्ति को बेरोजगार करना नहीं है. बल्कि सरकार का उद्देश्य अधिक से अधिक रोजगार उपलब्ध कराना होता है. लेकिन राज्य के किसी निर्णय से प्रभावित व्यक्तियों को भी यथासंभव मदद करना, सरकार का उत्तरदायित्व है. अतः प्रदूषण के रोकथाम के क्रम में राज्य सरकार द्वारा लिए गए निर्णय से प्रभावित व्यक्तियों को राहत देने पर सरकार विचार कर रही है.
उन्होंने कहा आगामी चार धाम यात्रा को सफल एवं दुर्घटना रहित बनाये जाने हेतु सरकार के साथ-साथ आम जनता की भी यह जिम्मेदारी है कि वह दुर्घटनाओं को कम करने में अपना शत प्रतिशत योगदान दें. सरकार आगामी चार धाम यात्रा को सुलभ एवं दुर्घटना रहित बनाये जाने हेतु कटिबद्ध है, जिस हेतु यात्रा मार्गों पर स्थापित पर्यटन, पुलिस एवं परिवहन विभाग के अस्थाई चेक पोस्ट को विशेष एवं अतिरिक्त कार्य हेतु निर्देश जारी किये जा रहें हैं.
राज्य में घटित हो रही त्रासदी एवं प्राकृतिक आपदाओं के दृष्टिगत माननीय मंत्री जी द्वारा वैज्ञानिकों से और अधिक शोध करने का आह्वान किया गया.
उन्होंने बताया पूर्व के वर्षों में परिवहन निगम 3.50 करोड़ से अधिक घाटे पर था जबकि वर्तमान में उत्तराखंड परिवहन निगम द्वारा 20 करोड़ का लाभ अर्जित किया गया है. बहुत जल्द परिवहन निगम के बेड़े में 100 अतिरिक्त बसें जोड़ा जाना प्रस्तावित है.
परिवहन निगम के बेड़े में इलेक्ट्रॉनिक एवं सीएनजी वाहनों को भी शामिल करने पर विचार किया जा रहा है.
उन्होंने सेमिनार में मौजूद विभिन्न वैज्ञानिकों, प्रोफेसरों एवं विभिन्न क्षेत्र के विशेषज्ञों का आभार व्यक्त किया. कहां भविष्य में राज्य की जनता के साथ-साथ जनपद की जनता को स्वच्छ एवं प्रदूषण रहित वातावरण प्रदान करने में आज के इस सेमिनार अपना एक अहम योगदान रहेगा.