मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Cmdhami) ने सुनील आइटीबीपी (ITBP) कैंप में सेना, आईटीबीपी, एनडीआरएफ (NDRF) और भूधंसाव की जांच में लगे विभिन्न प्रतिष्ठानों के वैज्ञानिकों, जिला प्रशासन, पुलिस और आवश्यक सेवाओं से जुड़े जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली। सीएम ने कहा कि नागरिकों की सुरक्षा हमारी सबसे बड़ी जिम्मेदारी है। उन्होंने लोगों की सुरक्षा के दृष्टिगत सभी इंतेजाम सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने भूधंसाव की जांच में लगे विभिन्न प्रतिष्ठानों के वैज्ञानिकों से भी वार्ता की और जोशीमठ (Joshimath) में भूधंसाव कारणों में चल रहे शोध और अध्ययन के बारे में जानकारी ली। वैज्ञानिकों ने अब तक की जांच के बारे में मुख्यमंत्री को अवगत कराते हुए बताया कि प्रत्येक नजरिए से भूधंसाव कारणों का गहनता से सर्वेक्षण किया जा रहा है।

उन्होंने स्थानीय जनप्रतिनिधियों, गणमान्य नागरिकों, कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की। सीएम ने कहा की जिन लोगों के मकान, दुकान, व्यवसाय प्रभावित हुए है उन सभी को अंतरिम सहायता के रूप में 1.50 लाख तत्कालीन सहायता के रूप से दिए जा रहे है। अभी यह पूरा राहत पैकेज नही है। इसके लिए यहां पर समिति गठित कर दी गई है और प्रभावित लोगों के लिए बेहतर से बेहतर जो राहत होगी वो दी जाएगी। वहीँ मुख्यमंत्री ने जोशीमठ में भूधंसाव से प्रभावित परिवारों को अंतरिम पैकेज के पारदर्शी वितरण और पुनर्वास पैकेज की दर निर्धारित किए जाने के लिए गठित समिति के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि प्रभावित लोगों को मानसिक रूप से भी सबल बनाना है। सरकार की ओर से अधिकतम जो हो सकता है, वह किया जाएगा। फरवरी में औली में गेम्स होने है। कुछ महीने बाद चारधाम यात्रा शुरू होने जा रही है।