Chamoli: चमोली जिले में भू-धंसाव सरकार के लिए एक चिंता का विषय बनता जा रहा है. ऐसे में जोशीमठ(Joshimath) में भू-धंसाव पर सीएम पुष्कर सिंह धामी(CM Pushkar Singh Dhami) ने डीएम से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है. साथ ही भू-धंसाव से प्रभावित परिवारों को हरसंभव मदद के निर्देश दिए हैं. रविवार को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने जोशीमठ में भू-धंसाव को लेकर सीएम से मुलाकात कर समस्या से अवगत कराया था.

सीएम से मुलाकात में प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि जोशीमठ में लगातार हो रहा भू-धंसाव चिंता का विषय है. जोशीमठ शहर में जमीन धंसने से लोगों के घरों में दरारें आ रही हैं. उन्होंने सीएम से प्रभावित लोगों और कारोबारियों को हो रहे नुकसान की जानकारी देते हुए राहत और मदद पहुंचाने का आग्रह किया. उन्होंने स्थानीय लोगों की व्यावहारिक दिक्कतों को देखते हुए समस्या का समाधान करने के लिए विस्तृत नीति बनाने पर जोर दिया.

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प्रभावितों की हर संभव हो मदद

भट्ट ने कहा कि चर्चा के बाद मुख्यमंत्री धामी ने जिलाधिकारी चमोली से तत्काल वार्ता कर शीघ्र विशेषज्ञ कमेटी की विस्तृत रिपोर्ट भेजने और प्रभावितों को सभी संभव राहत पहुंचाने के निर्देश दिए. विशेषज्ञ कमेटी की रिपोर्ट पर बिना देर किए उचित कार्रवाई की जाएगी. प्रभावितों को जोशीमठ में ही शिफ्ट करना है या उनका पुनर्वास किया जाए, इस पर शीघ्र निर्णय लिया जाएगा.

1 फीट तक चौड़ी है दरारें

भू-धंसाव से मकानों के साथ कृषि भूमि भी प्रभावित हो रही है. यहां खेतों में बड़ी-बड़ी दरारें पड़ी हैं और यह बढ़ती जा रही हैं. कई जगहों पर तो खेतों की दरारें एक फीट तक चौड़ी हो गई हैं. इन दिनों लोगों ने खेतों में सब्जियां बोई गईं हैं लेकिन दरारों से फसल खराब होने का भी डर पैदा हो गया है. जिला प्रशासन की ओर से गठित संयुक्त टीम ने दो दिन में 36 मकानों का सर्वे किया. जोशीमठ नगर में करीब दो हजार मकान हैं. सर्वे के अनुसार भू-धंसाव से 581 मकानों में दरारें आ चुकी हैं.