Rurkee: रामपुर(Rampur) चुंगी स्थित नवीन सब्जी मंडी में उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब विजिलेंस की टीम(vigilance team) ने छापेमारी की. इस दौरान देहरादून विजिलेंस की टीम ने मंडी निरीक्षक को 30 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया. निरीक्षक पर आरोप है कि उसने लकड़ी की टाल और लकड़ी मंडी के व्यापारी से लाइसेंस ट्रांसफर करने के नाम पर रिश्वत मांगी थी. विजिलेंस की टीम ने आरोपी के दफ्तर और घर पर छापेमारी कर महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किए है.

विजिलेंस की टीम ने आरोपी से करीब 5 घंटे तक पूछताछ की. इसके बाद टीम आरोपी को अपने साथ देहरादून(Dehradun) ले गई. आरोपी को कल कोर्ट में पेश किया जाएगा. बता दें कि विजिलेंस की टीम लगातार भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है. इस क्रम में टीम को 29 नवंबर को हेल्प लाईन नंबर 1064 पर एक शिकायत मिली थी. जिसमें एक व्यक्ति ने बताया कि उसके आरा मिल और लकड़ी के थोक व्यापारी का लाइसेंस पुत्र के नाम पर ट्रांसफर करवाने के एवज में कृषि मंडी निरीक्षक शिवमूर्ति सिंह ने बिना रिश्वत के लाइसेंस ट्रांसफर नहीं करने की बात कही है.

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मांगे 30 हजार रुपए

इस शिकायत पर विजिलेंस की टीम ने गोपनीय जांच कराई तो जानकारी सही मिली. विजिलेंस ने टीम गठित कर मामले में कार्रवाई के निर्देश दिए. गुरुवार को जैसे ही व्यापारी शिवमूर्ति के पास गया तो उसने 30 हजार रुपए में काम करने की बात कही. व्यापारी ने रिश्वत की रकम शिवमूर्ति को दी तो मौके पर विजिलेंस ने रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया.

संपत्ति की भी होगी जांच

विजिलेंस इंस्पेक्टर तुषार बोरा ने बताया कि पंकज से लाइसेंस जारी करने के एवज में 30 हजार की रिश्वत मांगी गई थी. पंकज ने इसकी शिकायत विजिलेंस से की. इस पर कार्रवाई करते हुए विजिलेंस की टीम ने शिवमूर्ति को रंगे हाथों पकड़ लिया. फिलहाल आरोपी गिरफ्त में है और उसकी संपत्ति की भी जांच की जाएगी.