उत्तराखंड विधानसभा में धर्मांतरण पर सख्त कानून बनने पर संत-समाज में खुशी की लहर दौड़ गई है. जिसके बाद सीएम धामी (CM Pushkar Singh Dhami) को तमाम साधु-संतों की ओर से शुभकामनाएं भी मिल रही हैं. संत समाज का कहना है कि लोग बल से या कपट से धर्मांतरण करते हैं, वह सबसे बड़ा पाप है. उत्तराखंड सरकार ने यह कानून पास करके नया उदाहरण पेश किया है.

उत्तराखंड विधानसभा (Uttarakhand Assembly) में धर्मांतरण पर सख्त कानून बनने से देश के संत- समाज में हर्ष की लहर दौड़ गई है. तमाम साधु-संतों की ओर से इस मामले में सीएम धामी को शुभकामनाएं मिल रही हैं. संत समाज का कहना है कि लोग बल से या कपट से धर्मांतरण करते हैं, वह सबसे बड़ा पाप है. उत्तराखंड सरकार (Uttarakhand Goverment) ने यह कानून पास करके नया उदाहरण पेश किया. यही नहीं सोशल मीडिया पर यह खूब ट्रेंड हो रहा है.

धर्मांतरण कानून बनने पर खुशी की लहर…

गौर हो कि धर्मांतरण पर सख्त कानून (Conversion Law) बनाने की प्रतिबद्धता सीएम धामी (CM Dhami) पहले ही जता चुके थे. हाल ही में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में धर्मांतरण पर कानून बनाने के प्रस्ताव को पास किया गया था, जिसके बाद राज्य सरकार की ओर से विधानसभा के पटल पर धर्मांतरण कानून को प्रास्तुत किया गया. जिसे सदन ने ध्वनिमत से पारित कर दिया गया. सीएम धामी द्वारा लाए इस कानून को लेकर देश भर में संत-समाज में खुशी की लहर है.

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धर्मांतरण कानून पर सीएम धामी…

धर्मांतरण कानून को लेकर CM धामी ने कहा कि कई जगहों पर धर्म परिवर्तन हो रहा था और यह गंभीर मामला बनता जा रहा था. इसलिए हमने कानून बनाया है कि कोई भी धर्म परिवर्तन नहीं कर पाएगा. दोषी पाए जाने पर उन्हें 10 साल तक की जेल की सजा का सामना करना पड़ेगा, बता दें कि विधानसभा के शीतकालीन सत्र में दो विधेयक पास (Two Bills Paased In The Assembly) हुए है. सदन में महिला क्षैतिज आरक्षण और धर्मांतरण विरोधी विधेयक पारित हुए. अब ये दोनों जल्द ही कानून बन जाएंगे, जिसके लिए सरकार जल्द ही अधिसूचना जारी करेगी.