प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में 5 और मैदानी क्षेत्रों में 10 या इससे कम छात्र संख्या वाले स्कूलों को बंद कर इन स्कूलों के बच्चों को नजदीक के उत्कृष्ट स्कूलों में भेजा जाएगा। राज्य में 10 या इससे कम छात्र संख्या वाले करीब तीन हजार (3 Thousand) स्कूल हैं।

राज्य में 10 या इससे कम छात्र संख्या वाले कम से कम 3 हजार (3 Thousand) स्कूल हैं। स्कूलों को बंद करके इन स्कूलों के बच्चों को नजदीक के स्कूलों में भेजा जाएगा। इसके साथ ही स्कूलों में काम करने वाली भोजन माताओं को नहीं हटाया जाएगा। जिन स्कूलों में छात्र-छात्रों को भेजा जा रहा है, उन्हें उसी स्कूल में समायोजित किया जाएगा।

शिक्षा महानिदेशक (Director General Of Education) की ओर से शिक्षा निदेशक बेसिक शिक्षा को दिए आदेश में कहा गया है कि उत्कृष्ट स्कूलों में कम से कम 4 शिक्षक उपलब्ध कराए जाएंगे। छात्र संख्या बढ़ने पर हर कक्षा में एक शिक्षक की तैनाती की जाएगी। उत्कृष्ट स्कूलों के बच्चों को लाने व घर ले जाने के लिए ट्रांसपोर्ट की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।

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जिन स्कूलों से छात्र-छात्राओं को समायोजित किया जा रहा है। उन स्कूलों में काम करने वाली भोजन माताओं को हटाया नहीं जाएगा बल्कि जिन स्कूलों में छात्रों को भेजा जा रहा है, उन्हें उसी स्कूल में समायोजित किया जाएगा। शिक्षा महानिदेशक (Director General Of Education) ने कहा कि इस तरह के स्कूलों को चिन्हित करने की कार्रवाई 2023-24 से पहले कर ली जाएगी। शिक्षा महानिदेशक द्वारा दिए गए आदेशों में कहा कि चिन्हित विद्यालयों की सूची, छात्र संख्या और शिक्षकों का विवरण 15 जनवरी 2023 तक उपलब्ध करा दिया जाए।