एम्स ऋषिकेश में पोस्टमॉर्टम के बाद अंकिता भंडारी के शव को श्रीनगर गढ़वाल उनके पैतृक घाट के लिए रवाना किया गया है. इस दौरान ऋषिकेश एम्स मोर्चरी में मौजूद लोगों ने एंबुलेंस को रोका और उनकी मांग थी कि पहले अंकिता की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट को सार्वजनिक किया जाए.
अंकिता भंडारी मर्डर केस में पूरे प्रदेश में लोगों में खासा आक्रोश है. अंकिता का शव मिलने के बाद लोग आरोपियों को फांसी की मांग कर रहे हैं. आज अंकिता भंडारी के शव का ऋषिकेश एम्स में पोस्टमॉर्टम किया गया. जिसकी रिपोर्ट जल्द ही अस्पताल प्रशासन एसआईटी को सौंपेगा. वहीं, पुलिस ने शव को परिजनों के सुपुर्द कर दिया है. श्रीगनर गढ़वाल के आईटीआई घाट में अंकिता का दाह संस्कार किया जाएगा. ऐसे में एहतियातन स्थानीय प्रशासन ने आईआईटी घाट पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर रखा है.
सुबह से शाम तक चले इस विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस को स्थिति नियंत्रण में करने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी. एम्स में जहां जनपद पौड़ी गढ़वाल के पुलिस कप्तान यशवंत सिंह चौहान मौजूद रहे. वहीं, जिलाधिकारी पौड़ी विजय कुमार जोगदंडे भी स्थिति पर अपनी नजर बनाए रखी. डोईवाला रानीपोखरी रायवाला ऋषिकेश क्षेत्रों से पुलिस बल मौके पर तैनात रहा. खुद एसपी देहात कमलेश उपाध्याय पूरे स्थिति पर अपनी नजर रखती हुई दिखाई दी. पल-पल की खबर जिला प्रशासन के माध्यम से सीएम तक पहुंचाते हुए भी अधिकारी दिखाई दिए.
आरोपियों ने अंकिता से की थी मारमीट: सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अंकिता भंडारी पोस्टमॉर्टम के दौरान इस बात की तस्दीक हुई है. उसके शरीर पर चोट के कई निशान हैं. साथ ही उसकी एक आंख बाहर भी निकली है. हालांकि, इस बात की आधिकारिक पुष्टि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही हो सकेगी.
ऐसे में शरीर पर मिली गहरी चोटों से इस बात का भी अंदेशा जताया जा रहा है कि अंकित को बैराज में धक्का देने से पहले आरोपियों ने उसके साथ जमकर मारपीट की. हालांकि, जल्द अंकिता की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट अस्पताल प्रशासन द्वारा एसआईटी के सुपुर्द की जाएगी, जिससे आरोपियों के खिलाफ पुख्ता सबूत जुटाए जा सकें.