पूनम चौधरी
हर घर तिरंगा मिशन पर चल रहे नगर पालिका के कर्मचारियों के लिए खतरनाक भी साबित हो रहा है आपको बता दें कि हाईटेंशन विद्युत पोल पर तिरंगा झंडा लगा रहा नगर पालिका का कर्मचारी हाईटेंशन लाइन के चपेट में आ गया। हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से पालिका के आउटसोर्स कर्मचारी की मौके पर ही मौत हो गई। आउटसोर्स कर्मचारी की मौत के बाद परिजनों ने पालिका प्रशासन से मुआवजे की मांग की। मांग पूरी होने के बाद ही मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के अनुसार नगर पालिका के आउटसोर्स कर्मचारी वसीम मलिक (35) निवासी मोहल्ला टोली मंगलौर शनिवार को हाईवे पर हाईटेंशन पोल पर चढ़कर तिरंगा झंडा लगा रहा था। इसी दौरान पालिका कर्मचारी हाईटेंशन लाइन की चपेट में आ गया। हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से वह पूरी तरह से झुलसकर नीचे गिर गया। साथी कर्मचारियों ने गंभीर रूप से झुलसे कर्मचारी को अस्पताल में पहुंचाने का प्रयास किया, लेकिन कर्मचारी ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।
कर्मचारी को ले जाया गया आनन-फानन में निजी अस्पताल –
कर्मचारी को कस्बे के ही एक निजी अस्पताल ले जाया गया, यहां पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। नगर पालिका कर्मचारी की मौत की सूचना पर पालिका अधिशासी अधिकारी मोहम्मद कामिल व अध्यक्ष हाजी दिलशाद अली तथा सभी कर्मचारी अस्पताल पहुंच गए। वही मृतक के परिजन व रिश्तेदार भी अस्पताल में ही एकत्रित हो गए। जहां आउटसोर्स कर्मचारी के परिजनों द्वारा पालिका प्रशासन से मुआवजे व नौकरी की मांग करने लगे। सूचना मिलने पर सीओ मंगलौर व कोतवाली प्रभारी भी अस्पताल पहुंच गए। जहां पर उनके द्वारा शव को कब्जे में लेने का प्रयास किया गया, लेकिन परिजन मुआवजे की मांग पर अड़ गए। जिसके बाद पालिका प्रशासन व पुलिस अधिकारियों ने परिजनों को समझाने का प्रयास किया।
करीब चार घंटे तक चली माथापच्ची के बाद पालिका प्रशासन द्वारा मृतक आउटसोर्स कर्मचारी के परिजनों की सभी मांग मान ली गई। इसके बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। कोतवाली प्रभारी राजीव रौथाण ने बताया कि मृतक के परिजनों की ओर से तहरीर आती है तो उस पर कार्रवाई की जाएगी।