मोदी सरकार ( Modi Government ) भले ही हर क्षेत्र में बेहतरी के लाखों दावे कर ले, लेकिन हकीकत यह है कि महंगाई (retail inflation ) की वजह से देश की गरीब जनता कराह रही है। इस मामले में भारत ( India ) दुनिया के प्रमुख 12 देशों की तुलना में टॉप पर है। भारत में खुदरा महंगाई ( retail inflation) जून महीने में भी 7 फीसदी से ऊपर रही। जबकि 12 प्रमुख देशों में महंगाई इससे कम रही। दुनिया भर के केंद्रीय बैंक लगातार महंगाई को रोकने की उपाय कर रहे हैं। बावजूद इसके अभी तक सभी देशों में महंगाई दर लक्ष्य से ज्यादा है। महंगाई के मामले भारत इन देशों से पीछे सउदी अरबिया में खुदरा महंगाई ( #) सालाना आधार पर 2.3 फीसदी है। चीन में यह 2.5 फीसदी जबकि जापान में भी यह इसी स्तर पर है। स्विटजरलैंडमें 3.4 फीसदी और इंडोनेशिया में यह 4.4 फीसदी है। जहां तक भारत की बात है कि यहां पर खुदरा महंगाई जून महीने में 7 फीसदी से ऊपर रही, जबकि 12 प्रमुख देशों में इससे कम रही।
वेनेजुएला में महंगाई दर सबसे ज्यादा महंगाई दर सबसे ज्यादा वेनेजुएला में है।
वेनेजुएला में महंगाई महंगाई 167 फीसदी है। इसके बाद तुर्की में महंगाई की दर 78.6 फीसदी, अर्जेंटीना में 64 फीसदी, रूस में 15.9 फीसदी और पोलैंड में 15.5 फीसदी महंगाई की दर है। ब्राजील में 11.9 फीसदी और स्पेन में 10.2 फीसदी महंगाई दर बनी हुई है।
अमेरिका में महंगाई 9% से ज्यादा महंगाई की आंच से अमेरिका भी प्रभावित है।
यहां पर 9.1 फीसदी महंगाई दर है। जबकि यूके में 9.4 फीसदी है। आयरलैंड में 9.1, पुर्तगाल और स्वीडन में क्रमशः 8.7 और 8. 7, नीदरलैंड में 8.6, यूरोजोन में 8.6 और कनाडा में 8.1 फीसदी की महंगाई दर है। इटली और मैक्सिको में 8.8 फीसदी की महंगाई है।
IMF ने घटाया ग्रोथ रेट
आईएमएफ ( IMF ) ने महंगाई को लेकर चेताते हुए कहा कि यूक्रेन युद्ध ने दुनिया को मंदी के कगार पर धकेल दिया है। आईएमएफ ने वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक के अपडेट में कहा है कि अप्रैल में जारी 3.6 फीसद के पूर्वानुमान से 2022 में ग्लोबल रियल ग्रोथ धीमी होकर 3.2 फीसदी हो जाएगी। चीन और रूस में मंदी के कारण दुनिया की जीडीपी वास्तव में दूसरी तिमाही में सिकुड़ी है। इस बात को ध्यान में रखते हुए आईएमएफ ने भारत का ग्रोथ अनुमान भी घटा दिया है। आईएमएफ ने भारत के आउटलुक को 0.8 फीसदी घटाकर 7.4 फीसदी कर दिया है। इसके पीछे प्रतिकूल वैश्विक स्थिति और मौद्रिक नीति बताया जा रहा है।
RBI का दिसंबर तक रेपो 6% करने का लक्ष्य
Retail inflation : आरबीआई ने भी वैश्विक हालात को देखते हुए रेपो दर को दिसंबर तक 6 फीसदी से ऊपर ले जाने का लक्ष्य रखा है। अभी रेपो दर 4.90 फीसदी है। इसी तरह से अमेरिका ने इस साल में दरों को 3.4 फीसदी तक ले जाने का लक्ष्य रखा है जो अभी 1.50 फीसदी है। मार्च से अब तक 3 बार दरों को बढ़ाया है। अमेरिका ने 28 साल में पहली बार इतनी बढ़ोतरी की है। इससे पहले 1994 में इसने दरों को बढ़ाया था।
साभार जनज्वार