पूनम चौधरी

बागेश्वर:

मानसून के साथ उत्तराखंड में मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रहीं। भारी बारिश के चलते पहाड़ों में भूस्खलन हो रहा है तो कहीं निचले इलाकों में जलभराव के चलते दिक्कतें बढ़ी हैं।

मौसम विभाग ने एक और चिंता बढ़ाने वाली दी सूचना

आपको बता दें कि मौसम विभाग के मुताबिक प्रदेश में अगले चार दिनों में से तीन दिन भारी बारिश के आसार जताए हैं। राज्य के पर्वतीय जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है, मौसम को देखते हुए यलो अलर्ट जारी कर दिया गया है। सोमवार को यानी आज गढ़वाल व कुमाऊं जिलों में भारी बारिश की संभावना है, पर कोई अलर्ट नहीं है। बारिश का यह सिलसिला 26 जुलाई को भी जारी रहेगा।

 

मौसम विभाग ने इन जिलों में जारी किए येलो अलर्ट

इस दौरान नैनीताल, चम्पावत, ऊधमसिंहनगर जिलों में रहने वालों को संभलकर रहने की जरूरत है। यहां कहीं कहीं भारी बारिश का यलो अलर्ट रहेगा। 27 जुलाई को बारिश देहरादून और उत्तरकाशी जिले की मुश्किलें बढ़ाएगी। दोनों जिलों के लिए भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया गया है।

जुलाई महीने में बारिश से राहत मिलने के आसार नहीं हैं। 27 जुलाई के बाद बारिश में बढ़ोतरी हो सकती है। इस दौरान संवेदनशील इलाकों में हल्के से मध्यम भूस्खलन, चट्टान गिरने, कहीं-कहीं सड़कों के बाधित रहने और जलभराव की समस्या सामने आ सकती है। नदियों-गदेरों के जल स्तर में वृद्धि हो सकती है। भारी बारिश की चेतावनी के बाद प्रशासन भी अलर्ट मोड पर है।

24 घंटे तत्पर है आपातकालीन सेवा

बता दें कि संवदेनशील इलाकों में अतिरिक्त पुलिस फोर्स तैनात किया गया है, ताकि आपदा के समय रिस्पांस टाइम को कम किया जा सके। प्रदेश में बारिश परेशानी का सबब बनी हुई है।आपातकालीन परिचालन केंद्र के मुताबिक लोक निर्माण विभाग के तहत 71 और पीएमजीएसवाई के तहत 86 मार्ग बंद हुए हैं। जिन्हें विभागीय एवं निजी मशीनों के जरिये खोलने का प्रयास किया जा रहा है।