उत्तरकाशी
  सीमांत जनपद उत्तरकाशी में बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं की सरकारी दावों की पोल एक बार फिर खुल गई। विकास खंड पुरोला के सुदूरवर्ती डिंगाड़ी गांव से एक बीमार महिला को ग्रामीणों ने डंडी के जरिये आठ किलोमीटर पैदल चलकर सड़क मार्ग गंगराली पुल तक पहुंचाया, जिसके बाद महिला को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बड़कोट ले जाया गया। महिला की स्थिति गंभीर होने पर चिकित्सकों ने उसे देहरादून रेफर किया। वहीं, सर बडियार क्षेत्र के एलोपैथिक और आयुर्वेदिक अस्पताल में चिकित्सक न होने पर ग्रामीणों ने आक्रोश व्यक्त किया है।ग्रामीणों ने कहा कि कम से कम वर्षाकाल के दौरान जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग सर बडियार क्षेत्र में ही चिकित्सकों की व्यवस्था कर सकता है, जिससे मरीजों को थोड़ी राहत मिल सके। सरबडियार पट्टी के डिंगाडी गांव की शकुंतला देवी एक सप्ताह से बुखार एवं उल्टी दस्त से पीड़ित थी। लेकिन गांव व निकटवर्ती स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सक न होने के कारण महिला को समय पर उपचार नहीं मिल पाया।