पौड़ी गढ़वाल : उत्तराखंड सरका पहले ही कर्ज के बोझ तले दबी हुई है. ऊपर से राज्य के अधिकारी सराकरी पैसे को जमकर लुटा रहे हैं. कई ऐशे भवन है जो की सिर्फ मात्र शोपीस बनकर रह गए हैं. साथ ही कुछ भवन खंडर में तब्दील हो गए हैं. सरकारी पैसा लगा कर भवनों की सुध किनी ने ना ली. ना अधिकारियों ने ना मंत्री विधायकों ने. लेकिन इन खंडहर मेंतब्दील हुए भवनों को देखकर मन दुखी हुआद्वारीखाल ब्लॉक नावेतली ग्राम निवासी प्रभुपाल सिंह रावत का..जिन्होंने पौड़ी डीएम को पत्र लिखकर इससे अवगत कराया है और इस मामले पर ध्यान देने की अपील की है.

पत्र में लिखी ये बात

विकासखंड रिखणीखाल के अंतर्गत ग्राम द्वारी में स्थापित राजस्व एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के दो सरकारी भवन खंडहर में तब्दील l

महोदय,

उपरोक्त विषय पर मेरे पत्र दिनांक 5 जनवरी 2021 की ओर पुनः आपका ध्यान आकर्षित करते हुए निवेदन करते हैं कि:

रिखणीखाल प्रखंड के ग्राम द्वारी में स्थित उपरोक्त दो खंडहर व जीर्ण-शीर्ण भवन जो आज से लगभग 10 साल पहले निम्न लिखित उद्देश्य से बने थे:
1) राजस्व उपनिरीक्षक (पटवारी) के कार्यालय व निवास l
2) प्राथमिक/उप स्वास्थ्य चिकित्सा केंद्र स्थापना हेतु l

महोदय, इस संबंध में बड़े अफसोस के साथ लिखना पड़ रहा है कि इन दोनों भवनों को निर्माण के बाद वीरान छोड़ दिया गया l इनका उद्घाटन भी नहीं हुआ और कार्यालय भी स्थापित नहीं किए गए l ऐसा लगता है कि ये दोनों भवन केवल सरकारी बजट को ठिकाने लगाने के लिए बना दिए गए l

क्षेत्र के लोगों को इन भवनों के उद्देश्य की पूर्ति से वंचित रखा गया। इन दोनो भवनों की हालत आज की तिथि में खंडहर में तब्दील हो चुके हैं और इनके चारो ओर अक्वण्या की बड़ी बड़ी झाडिया उग गयी है। इनमें लंगूर, बंदर आदि जंगली जानवरों का आना जाना व निवास बन गया है। जब से ये भवन बने है किसी भी विभाग ने गृह प्रवेश तक नही किया।आमतौर पर नेपाली व बिहारी मजदूरो का निवास भी बना रहता है।

अब बात करते है कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी निभाने वाले पटवारी जी की, वे कहाँ रहते है? पटवारी पैनो 3 जो कि ग्राम गाडियू पुल बाजार मे रहते है जबकि उनके पास द्वारी के चारों ओर 5-6 ग्राम पंचायतो का प्रभार है। जैसे: द्वारी, नावेतली, सिलगाव, तोलियोडाडा, कुइराली, महरकोट, उमेदुबाखल आदि जो कि वर्तमान निवास से 10 से 20 किलोमीटर दूर है। ऐसे मे पटवारी का क्षेत्र से बाहर इतनी दूर रहने का क्या औचित्य है। पंचायत के लोगों को इनसे संपर्क करने में बहुत परेशानी होती है l इन क्षेत्रों में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए भी मंथन व चिन्तन की आवश्यकता है।

इसी प्रकार प्राथमिक/ उप स्वास्थ्य केंद्र सिर्फ कागजों में हैं l जमीनी स्तर पर कुछ नहीं है। इन दोनो भवनो के खिड़की,दरवाजे तक गायब हो चुके है। कोई भी विभाग इन भवनों को व्यवस्थित करने की सुध नहीं ले रहा है। अब इतनी बडी लागत के भवन वीरान व खंडहर पडे है।

महोदय, पिछले वर्ष इन खंडहर भवनों का मौके पर निरीक्षण रिखणीखाल के तत्कालीन खंड विकास अधिकारी, एस पी थपलियाल व तहसीलदार, राजेंद्र पंत द्वारा किया गया किंतु इसका अभी तक सकारात्मक हल नहीं निकला l

महोदय, इस प्रकरण में विनम्रता पूर्वक आपसे निवेदन है कि इन दोनों भवनों के निर्माण एवं इन्हें खंडहर में तब्दील करने के लिए जिम्मेदार विभागों के अधिकारियों की पड़ताल की जाए और उनकी जवाबदेही तय करके उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए ताकि उत्तराखंड सरकार के अधिकारीगण, शासन, प्रशासन द्वारा इन दोनों भवनों को पुनर्जीवित कर क्षेत्रवासियों को इसका लाभ मिल सके l

महोदय, विनम्रता पूर्वक आपके समक्ष आवश्यक कार्यवाही हेतु प्रस्तुतl
धन्यवाद l

प्रभुपाल सिंह रावत, ग्राम – नावेतली, पोo.ऑo- द्वारी,
विकासखंड : रिखणीखाल,
पौड़ी गढ़वाल, पिन कोड 2461 79
मोबाइल नंबर 78301 17844

प्रतिलिपि आवश्यक कार्रवाई हेतु प्रेषित:
1. मुख्य विकास अधिकारी पौड़ी उत्तराखंडl
2. स्वास्थ्य मंत्री उत्तराखंड l

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