Russia Ukraine Crisis : रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के बीच यूक्रेन में फंसे भारतीयों को तीसरी उड़ान के जरिए ऑपरेशन गंगा के तहत सुरक्षित दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचाया गया। यहां इंतजार कर रहे परिजनों की आंखों में आंसू दिखाई दिए।. इधर चौथी फ्लाइट बुखारेस्ट से 198 भारतीयों के साथ दिल्ली के लिए रवाना हो गई।
तीसरी फ्लाइट से भारत वापस पहुंची एक युवती ने बताया कि अभी भी वहां पर बहुत सारे भारतीय बंकरों में फंसे हुए हैं। युवती ने सरकार के प्रयासों की तारीफ करते हुए बताया कि मैं सरकार का धन्यवाद करना चाहतीं हूं कि उन्होंने हमें अच्छी सेवाएं दी। यहां से इन छात्रों को अपने अपने प्रदेशों के लिए रवाना किया गया।
Russia Ukraine Crisis : छात्रों ने राहत की सांस ली
तेलंगाना के हैदराबाद और बिहार के पटना पहुंचे छात्रों ने राहत की सांस लेते हुए बताया कि यहां न तो यूक्रेन का झंडा दिखाई दे रहा है और न ही रूस का, यहां आकर अच्छा लग रहा है। उन्होंने बताया कि यूक्रेन में हालात दिन ब दिन भयावह होते जा रहे हैं, हमारे कई साथी अभी भी बंकर में रह रहे हैं।
बताते चलें कि ‘ऑपरेशन गंगा’ नाम के निकासी अभियान को पोलैंड, रोमानिया, हंगरी और स्लोवाकिया से बड़े पैमाने पर सक्रिय किया जा रहा है। इन देशों में यूक्रेन के साथ सीमा पर शिविर लगाए गए हैं। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने ‘ऑपरेशन गंगा’ के लिए पूर्ण समर्थन देने के लिए अपने हंगरी के विदेश मंत्री का धन्यवाद दिया।
Russia Ukraine Crisis : यूक्रेन में भारतीय दूतावास
उड़ान के तुरंत बाद, जयशंकर ने कहा था कि यूक्रेन से भारतीय नागरिकों को निकालने के संबंध में, हम प्रगति कर रहे हैं। हमारी टीमें चौबीसों घंटे जमीन पर काम कर रही हैं। इसके अलावा, यूक्रेन में भारतीय दूतावास युद्धग्रस्त देश के विभिन्न हिस्सों से फंसे भारतीय नागरिकों को बचा रहा है और उन्हें इन चार देशों के साथ सीमाओं पर भेज रहा है जहां भारतीय अधिकारी उनके सीमा पार करने की प्रतीक्षा कर रहे हैं। इसके अलावा, यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने रूस द्वारा तीव्र बमबारी के बीच फंसे हुए भारतीय छात्रों के लिए स्थानीय प्रशासन द्वारा बनाए गए अस्थायी बम आश्रयों की एक सूची साझा की है।
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