REPORT BY- DIKSHA NEGI

उत्तराखंड में एक बार फिर कोरोना वायरस के मरीजों का विस्फोट हुआ हैं। राजधानी समेत पूरे राज्य में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। बता दें कि दून अस्पताल में बड़ी संख्या में विशेषज्ञ डॉक्टर, पैरामेडिकल और स्टाफ नर्स के कर्मचारी कोरोना संक्रमित होने के बाद सभी कर्मचारियों को 24 घंटे के भीतर आरटीपीसीआर जांच सुनिश्चित करने का आदेश दिए गए हैं।

वहीं राजकीय दून मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आशुतोष सयाना ने मेडिकल कॉलेज के सभी विभागाध्यक्षों, सीनियर रेजिडेंट के अलावा दून अस्पताल के सभी विशेषज्ञ डॉक्टरों, स्टाफ नर्स, पैरामेडिकल और कर्मचारियों को आदेश जारी किया है कि वे 24 घंटे के भीतर अपना आरटीपीसीआर जांच कराएं। ताकि इस बात का पता लगाया जा सके कि कौन विशेषज्ञ डॉक्टर, स्टाफ नर्स, पैरामेडिकल और कर्मचारी कोरोना संक्रमित हैं। जो भी कोरोना संक्रमित हैं वे खुद को आइसोलेट करने के साथ ही अस्पताल में भर्ती होकर अपना इलाज कराएं।

स्वास्थ्य विभाग की सूचना के मुताबिक, मंगलवार को प्रदेश में कोरोना के 2127 नए मामलों देहरादून में 991, नैनीताल में 451 और हरिद्वार में 259 मामले शामिल हैं। साथ ही साथ अल्मोड़ा में 43, बागेश्वर में चार, चमोली में 25, चंपावत में 26, पौड़ी में 48, पिथौरागढ़ में 30, रुद्रप्रयाग में 13, टिहरी में 35, ऊधमसिंह नगर में 189 और उत्तरकाशी में 13 नए मामले हैं।

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डॉक्टरों व कर्मचारियों की हड़ताल को देखते हुए प्रदेश के अस्पतालों, मेडिकल कॉलेजों की हड़ताल पर रोक लगा दी गई है। इस संबंध में आदेश मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधू ने जारी किया। यह आदेश कोविड के मद्देनजर यह निर्णय लिया गया है। 31 मार्च तक के लिए चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के सभी चिकित्सकों व कार्मिकों, राज्य के राजकीय मेडिकल कॉलेजों में पीजी डॉक्टरों, कर्मचारियों की सेवाओं को अत्यावश्यक सेवा घोषित किया गया है। इसके तहत इन सभी की हड़ताल पर पूर्ण रूप से रोक लगा दी गई है।