हरिद्वार। जिलाधिकारी कार्यालय रोशनाबाद में एक व्यक्ति अपने परिवार के साथ धरने पर बैठ गया। कहना है कि वर्ष 1997 में हरिद्वार तहसील के तत्कालीन तहसीलदार व लेखपाल ने जीवित किसान को मृत बताकर उसकी जमीन पर गलत तरीके से आदेश जारी कर दिए थे। पीड़ित ने तीन दिन में मांग पूरी ने होने पर आत्मदाह की चेतावनी दी है। रोहालकी निवासी राजेश कुमार का कहना है कि आनेकी हेत्तमपुर में उसके पिता के नाम जमीन का एक बड़ा हिस्सा है। जिसे एक निजी संस्था ने राजस्व कर्मचारियों के साथ मिलकर फर्जी तरीके से बेच दिया। जबकि उस जमीन पर वर्ष 2018 में उपजिलाधिकारी ने स्टे दिया हुआ है। उसके बाद भी एचआरडीए उस भूमि पर फर्जी शपथ पत्र दिखाकर नक्शे जारी कर रहा है। उस नक्शे पर खसरा नंबर तक नही है। राजेश कुमार का आरोप है कि बिना खसरा नंबर डालें रजिस्ट्रार राजस्ट्री केसे कर सकते हैं। राजेश का आरोप है कि जमीन उनके पिता के नाम दर्ज है। धरने को समर्थन देने पहुंचे कांग्रेस नेता व पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष राव अफाक ने प्रशासन से पीड़ित को न्याय दिलाने की मांग की है। मौके पर कुंवर पाल सिंह, विकास चौहान, अभिषेक चौहान, मनव्वर अली, हिमांशु चौहान, मांगेराम, सरजीत सिंह, आदि मौजूद थे।