शंखनाद INDIA/ देहरादून : भैयादूज के पावन पर्व पर दोपहर 12:15 बजे विश्व प्रसिद्ध यमुनोत्री धाम के कपाट वैदिक मंत्रोच्चार के साथ शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे। जिसके बाद शीतकाल में छह माह तक मां यमुना के दर्शन उनके शीतकालीन प्रवास खुशीमठ (खरसाली) में होंगे। केदारनाथ धाम के कपाट भी छह नवंबर को बंद कर दिए जाएंगे। यमुनोत्री मंदिर समिति के सचिव सुरेश उनियाल ने बताया है कि भैया दूज के पावन पर्व पर पौराणिक परंपरानुसार शनिवार को दोपहर 12:15 बजे वैदिक मंत्रोच्चार के साथ यमुनोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए जायेंगे।
जिसके बाद मां यमुना की डोली यमुनोत्री धाम से शनि देव की अगुवाई में अपने शीतकालीन प्रवास खुशीमठ के लिए प्रस्थान करेगी।यमुनोत्री धाम के कपाट बंद होने के बाद शीतकाल में छह माह तक मां यमुना की पूजा अर्चना उनके शीतकालीन प्रवास खुशीमठ में होगी तथा यहीं पर देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालु शीतकाल में छह माह तक मां यमुना के दर्शन कर सकेंगे। जिसके बाद अक्षय तृतीया के पर्व पर पुनः ग्रीष्म काल के लिए यमुनोत्री धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए दर्शनार्थ खोल दिए जाएंगे।