शंखनाद INDIA/ देहरादून : कल देर रात शांतिपूर्ण तरह से दिव्यांग आंदोलन कर रहे थे, तभी अचानक पुलिस ने उन्हें बेरहमी से खदेड़ दिया। बता दे, दिव्यांगों का आरोप है कि वह सीएम आवास कूच कर रहे थे इस दौरान पुलिस ने उनको रोक दिया। जिसके बाद वह वहीं धरने पर बैठ गए। जब पुलिस नहीं मानी तब भी वह दिव्यांग सीएम आवास जाने की जिद पर अड़े रहे इस दौरान कोई अधिकारी या प्रतिनिधि उनसे मिलने पहुंचा। तो पुलिस ने रात होने का इंतजार किया और देर रात को दिव्यांगों को जबरन उठाकर पुलिस लाइन ले गई मामले को पूरा संक्षिप्त से जानते हैं।
जानते हैं दिव्यांगों की क्या है मांगे
- समस्त बेरोजगार दिव्यांग जनों को रुपए 1200 किस स्थान पर इस प्रकट गहेंगगाई काल रु 5000 प्रदान किए जाएं
- दिव्यांग जनों को संपूर्ण न्याय प्रदान करने के घर सशक्त दिव्या आयोग का गठन किया जाए। आयोग में अध्यक्ष सदस्य दिव्यांगता के क्षेत्र में कार्य कर रहे व्यक्तियों को ही नियुक्त किया जाए।
वही इस पर दिव्यांग सलाहकार बोर्ड के सदस्य सुरेंद्र रावत ने आरोप लगाया है कि दिव्यांग भाई-बहनों के साथ धक्का-मुक्की की गई, जबकि आरडब्ल्यूएस एक्ट के तहत दिव्यांगों को हाथ लगाना भी एक अपराध माना जाता है। इसके अलावा एसोसिएशन के अध्यक्ष ललित महंत और उत्तराखंड दिव्यांग सशक्तिकरण एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष अमित जो बाल सुरेंद्र रावत विजय लक्ष्मी भाटिया, सोहनदास तमांग दिव्यांग समेत प्रदेशभर के दिव्यांग यहां पहुंचे थे।