शंखनाद INDIA/ देहरादून,जयपुर: राजस्थान के नेताओं को इन दिनों एआईसीसी की ओर से दूसरे राज्यों की जिम्मेदारी लगातार दी जा रही है, चाहे राज्यों का प्रभारी बनाया जाए या चुनावी राज्यों में ऑब्जर्वर। एआईसीसी राजस्थान के नेताओं पर ज्यादा भरोसा दिखा रही है।पहले गुजरात जैसे चुनावी राज्य का प्रभारी राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा को बनाया गया तो उसके बाद पंजाब जैसे चुनावी राज्य का प्रभार राजस्व मंत्री हरीश चौधरी को सौंपा गया।
अब इसके बाद चुनावी राज्यों में पर्यवेक्षक (Observer) भी राजस्थान के नेताओं को बनाया जा रहा है. उत्तराखंड विधानसभा चुनाव को लेकर राजस्थान के नेताओं को जिला वार और लोकसभा वार आने वाली विधानसभाओं में पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है।
इसमें टेहरी गढ़वाल का ऑब्जर्वर विधायक प्रशांत बैरवा को, देहरादून पछवादून का प्रभारी विधायक दानिश अबरार, देहरादून शहर का प्रभारी विधायक इंद्राज गुर्जर, हरिद्वार महानगर का प्रभारी जयपुर की पूर्व महापौर ज्योति खंडेलवाल को बनाया गया है। इसी तरह रुड़की महानगर और रुड़की का प्रभारी विधायक कृष्णा पूनिया, अल्मोड़ा का प्रभारी विधायक वेदप्रकाश सोलंकी, चंपावत का प्रभारी विधायक इंदिरा मीणा, नैनीताल का प्रभारी विधायक चेतन डूडी, काशीपुर का प्रभारी विधायक रोहित बोहरा और नैनीताल लोकसभा का प्रभारी मंत्री राजेंद्र यादव को बनाया गया है।
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव को लेकर जिला वार और लोकसभा वार बनाए गए ऑब्जर्वर में राजस्थान के 8 विधायक, एक मंत्री और एक सांसद प्रत्याशी को शामिल किया गया है। खास बात यह है कि इस लिस्ट में सचिन पायलट कैंप के विधायकों और नेताओं को पूरी तवज्जो दी गई है।
इस लिस्ट में विधायक वेद सोलंकी, विधायक इंद्राज गुर्जर, जयपुर की पूर्व महापौर ज्योति खंडेलवाल को शामिल किया गया है, जो पायलट कैंप के हैं,तो वहीं विधायक इंदिरा मीणा, विधायक प्रशांत बैरवा भी अब पायलट कैंप में दिखाई देते हैं। ऐसे में 10 में से 5 नेता सीधे तौर पर पायलट कैंप से जुड़े हुए हैं।