शंखनाद_INDIA/चमोली: चमोली जिला पंचायत लक्ष्मण सिंह रावत ने जिला पंचायत अध्यक्ष रजनी भंडारी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होनें अध्यक्ष पद पर रहते हुए भ्रष्टाचार की गंभीर आरोप लगाए है। शिकायती पत्र में 11 बिंदुओं में जांच कर कार्रवाई की मांग की है। उन्होनें कार्रवाई न किये जाने पर कहा है की वह उपाध्यक्ष के पद से त्याग देने की चेतावनी भी दे डाली।
ये आरोप जिला पंचायत उपाध्यक्ष लक्ष्मण सिंह रावत ने लिखित में जिला विकास अधिकारी के द्वारा गढ़वाल आयुक्त को भेजा है। मामला बहुत संवेंदशील है। जिले की सर्वोच्च सदन में महिला प्रतिनिधि के कामों में पति देव का हस्तक्षेप हो रहा है तो पंचायत अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज होना चाहिए और कार्रवाई होनी चाहिए। जिला पंचायत उपाध्यक्ष ने सही मंशा से सीधे तौर पर भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई है तो वह उठनी ही चाहिए, जिस तरह से पंचायतों में भ्रष्टाचार रूपी दीमक ने समाज को खोखला कर दिया है।
वही पत्रकारों से बातचीत में लक्ष्मण ने बताया की अध्यक्ष रजनी भंडारी की ओर से विवेकाधीन कोष को बदरीनाथ विधानसभा के लोगों को इस निधि का लाभ नहीं मिल पा रहा हैं। आपको बता दे की इस मामले में पंचायत अध्यक्ष रजनी भंडारी के पति और उपाध्यक्ष लक्ष्मण सिंह रावत की audio सोशल मीडिया पर वाइरल हो रहा है जिसमें मंत्री राजेंद्र सिंह भंडारी जबरदस्ती sign कराने का दबाव बना रहे है। यह audio पुराना बताया जा रहा जिसमें यह किराय से संबधित बातचीत हो रही हैं।
इस पर हमनें मंत्री राजेंद्र भंडारी से बातचीत करने की कोशिश की पर उन्होने इस पर अपनी कोई राय नहीं रखी। इस audio में लक्ष्मण सिंह रावत बोलते हुए सुनाई दे रहे की मुझे मार दो। इसमें लक्ष्मण सिंह कह रहे है की एक बार उन्हें पेपर पढ़ने दिए जाए लेकिन राजेंद्र सिंह भंडारी उन्हें साफ मना करते सुनाई दिए। शंखनाद इंडिया इस audio की पुष्टी नहीं करता है। इस audio में केवल आवज सुनाई दे रही है, जो बताया जा रहा की यह आवज राजेंद्र सिंह भंडारी और लक्ष्मण सिंह रावत की है।
शंखनाद इंडिया ने चमोली के मुख्य विकास अधिकारी वरूण चौधरी से बातचीत की तो उन्होमे कहा की यह मामला मेरें संज्ञान में हैं अगर दोषी पाए गए तो कार्रवाई का जाएगी।