शंखनाद_INDIA/हरियाणा/दिल्ली: दिल्ली-हरियाणा के सिंघु बॉर्डर पर किसान आंदोलन के मंच के पास कल सुबह एक हाथ कटा शव मिलने से हड़कंप मच गया था. वहीं, शाम होते-होते इस मामले में सरबजीत सिंह नाम के निहंग ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया था और आज पुलिस उसे सोनीपत के कोर्ट में पेश करेगी। इस मामले में एक निहंग के सरेंडर की स्क्रिप्ट कुंडली थाने में बैठकर लिखी गई। वारदात के 15 घंटे के अंदर हुए इस सरेंडर में कई फैक्टर्स ने अहम भूमिका निभाई।
लॉ एंड ऑर्डर के मुद्दे पर हरियाणा सरकार का सख्त स्टैंड, वारदात का सुर्खियां बनना, घटनाक्रम को कहीं न कहीं किसान आंदोलन से जोड़कर देखा जाना और संयुक्त किसान मोर्चा के घटना की निंदा करना, इन तमाम वजहों से निहंग जत्थेबंदियों पर दबाव बढ़ता चला गया। दरअसल, सुप्रीम कोर्ट में दाखिल याचिका में किसान आंदोलन को गैरकानूनी करार देकर दिल्ली के बार्डर से हटाने की मांग की गई है।
इस याचिका में कहा गया है कि अब एक दलित युवक की हत्या कर दी गई है, औऱ इससे पहले एक महिला से भी दुष्कर्म की घटना भा सामने आयी थी। इसके पहले 26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली के दौरान हिंसा भड़की थी। अभिव्यक्ति की आजादी की आड़ में आंदोलन गैरकानूनी तरीके से चल रहा है। सुप्रीम कोर्ट से लंबित याचिका पर जल्द सुनवाई की मांग की गई है।