शंखनाद / देहरादून : हर कोई सेना में शामिल होने का सपना देखता हैं, परन्तु उनमे से कुछ ही लोग होते हैं वही इस मुकाम तक पहुंच पाते हैं। पर जो नहीं पहुंच पाते हैं वह गलत रास्ता अपनाते हैं। जी हां, हम ऐसा क्यों कह रहे हैं वह भी आपको हम बताने जा रहे हैं। क्योकि एक ऐसा व्यक्ति उत्तराखंड में आ गया हैं जो खुद को आर्मी अफसर बता रहा हैं। जिसका भांडा खुद प्रेमनगर पुलिस ने फोड़ा हैं। …. यहां प्रेमनगर पुलिस और मिलिट्री इंटेलीजेंस ने सेना की वर्दी में एक युवक को गिरफ्तार किया है। आरोपी खुद को सेना का जवान बताता था। सेना की वर्दी पहन वो दिल्ली ट्रेनिंग सेंटर से लेकर जोशीमठ आर्मी क्षेत्र तक घूम आया। युवक की हरकतें संदिग्ध थीं। वो अपनी हरकतों के चलते मिलिट्री इंटेलिजेंस के रडार पर था।
शक की पुष्टि होने पर प्रेमनगर पुलिस और मिलिट्री इंटेलिजेंस ने आरोपी को देहरादून से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी युवक फौज की वर्दी पहन लोगों पर रौब गांठा करता था। वो खुद को सेना पुलिस का जवान बताता था। पुलिस के मुताबिक आरोपी मूलरूप से हनुमानगढ़ (राजस्थान) का रहने वाला है। तलाशी के दौरान उसके पास से फर्जी कैंटीन कार्ड, सेना की वर्दी समेत कई सामान बरामद हुआ है। देहरादून में ऐसी घटनाएं पहले भी सामने आई हैं। कुछ महीनों पहले सेना पुलिस और इंटेलिजेंस ने एक युवक को मिलिट्री अस्पताल में घुसते हुए पकड़ा था। युवक के साथ एक युवती भी थी। पूछताछ में पता चला कि आरोपी, युवती को फौज में नौकरी दिलाने का झांसा देकर अपने साथ लाया था। युवक खुद को असम राइफल में असिस्टेंट कमांडेंट बताता था, जबकि वो दून की एक यूनिवर्सिटी से बी.फार्मा की पढ़ाई कर रहा था।