शंखनाद INDIA/ हरिद्वार -: उत्तराखंड के हरिद्वार में गुरुवार शाम एक दर्दनाक ट्रेन हादसे में 4 लोगों की मौत हो गई। लक्सर-हरिद्वार रेलवे लाइन का दोहरीकरण होने के बाद लक्सर से हरिद्वार के लिए तेज स्पीड ट्रेन का ट्रायल चल रहा था। इस दौरान जमालपुर कलां रेलवे फाटक के पास रेलवे लाइन पर मौजूद 4 लोग तेज रफ्तार ट्रेन की चपेट में आ गए। चारों की दर्दनाक मौत हो गई। हादसा इतना भीषण था कि मृतकों के शरीर के अंग 100 मीटर दूर तक छिटककर जा गिरे।
आपको बता दे की सिविल कोर्ट के अधिवक्ता पंकज गुप्ता ने इस मामले में रेलवे के अधिकारियों को दोषी बताया है। उन्होंने केंद्रीय रेल मंत्री को पत्र भेजकर कहा है कि रेलवे ने ट्रैक को डबल कराने के बाद गुरुवार को 120 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार वाली ट्रेन चलवाकर इसका ट्रायल कराया जा रहा था। ट्रायल के बारे में पहले कोई भी सूचना आमजन में प्रसारित नहीं कराई गई थी। इसी लापरवाही के कारण हुई दुर्घटना में चार युवकों की मौत हुई है।
उन्होंने इस मामले में हरिद्वार तथा ज्वालापुर के स्टेशन अधीक्षक, स्टेशन मास्टर, ट्रेन के चालक, गार्ड, सिग्नल इंचार्ज आदि के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के साथ ही चारों मृतकों के परिवार को पचास-पचास लाख रुपये मुआवजा देने की मांग की है।