चमोली (Chamoli) स्थित जोशीमठ (Joshimath) में मारवाड़ी स्थित चुनार गांव पर भी भूधंसाव का संकट मंडरा रहा है। इस खतरे को देखते हुए शासन ने स्थानीय प्रशासन को गांव खाली कराने का आदेश दिया है। विशेषज्ञों ने भूगर्भीय अध्ययन के आधार पर इस गांव में कभी भी भूधंसाव होने की आशंका जताई है। जिसके बाद गांव को असुरक्षित घोषित कर यहां निवास कर रहे सभी दस परिवारों के भवनों पर लाल निशान लगा दिए हैं। प्रशासन ने इन परिवारों को एक होटल में अस्थायी विस्थापन का प्रस्ताव दिया है
मगर प्रभावित परिवार किराये के भवन में शिफ्ट होने की बात कह रहे हैं। जोशीमठ (Joshimath) में 7000 से अधिक भवन हैं, मगर नगर पालिका में 4500 भवन पंजीकृत हैं। इनमें से अब तक 849 भवन चिह्नित किए जा चुके हैं, जिनमें दरारें हैं। इन भवनों में जेपी कालोनी और PWD कालोनी के भवन शामिल नहीं हैं। दरार वाले भवनों में 167 असुरक्षित हैं। आपको बता दें मंगलवार को 13 और परिवारों को राहत शिविर में शिफ्ट किया गया।